India ने जीता T 20 World Cup | India Vs South Africa Final
दोस्तों लाइफ में ऐसे बहुत कम मौके आते हैं जब आपकी खुशी इतनी बड़ी होती है कि
उसे बयां करने के लिए शब्द भी छोटे पड़ जाते हैं समझ नहीं आ रहा है कि
क्या कहूं टीम इंडिया को वर्ल्ड कप जीते कई घंटे बीत चुके हैं मगर मेरे रोंगटे हैं
कि बैठने का नाम ही नहीं ले रहे मेरे आंसू हैं कि थमने का नाम ही नहीं ले रहे
मेरा मन है कि खुद को बार-बार मैच की हाइलाइट्स देखने से रोक
नहीं पा रहा है मैं पुराने जमाने का कोई राजा होता ना तो इस मौके पर पूरे इलाके
में सोने की अशर्फियां बटवा देता मैं किसी राजा के दरबार में नर्तकी होता तो ना नाच
कर अपने घुंघरू तोड़ देता सच में क्या ही कहूं कुछ समझ नहीं आ रहा है आखिरकार
वर्ल्ड कप जीतने का 13 सालों का सूखा टूट ही गया इस जीत के साथ ही 29 जून 2024 का
दिन हर इंडियन की जिंदगी में हमेशा हमेशा के लिए स्पेशल हो गया है भगवान करे जिंदगी
में ऐसे मौके और आए लेकिन इतना जरूर कह सकता हूं कि आप चाहे उम्र के किसी भी
पड़ाव पर हो 20 साल के हो 30 साल के हो 40 के हो आज से 10-20 साल बाद भी 29 जून का
दिन आपको याद जरूर आएगा ये एक ऐसा लम्हा होगा जिसे याद करके आप इमोशनल जरूर होंगे
समझ में नहीं आ रहा कि शुरू कहां से करूं तो सबसे पहले आखिरी से शुरू कर लेता हूं
आखिर में जब अफ्रीकी टीम को चार ओवर में सिर्फ 26 रन जीतने के लिए चाहिए थे तो लगा
था कि हम एक और फाइनल हार गए लगा कि आज रात फिर रोकर ही बीतने वाली है मगर जैसा
कि कहते हैं ना ऊपर वाला भी देखना चाहता है कि भाई आप में जीत की भूख कितनी है
क्या आप आखिर तक हार मानते हैं या नहीं मानते और यहीं पर टीम इंडिया साउथ अफ्रीका
पर भारी पड़ गई हार्दिक पंड्या की ऑफ स्टम से बाहर जाती स्लोअर बॉल को कट करने के
चक्कर में क्लास इन पंत को कैच देकर आउट हो गए मगर अब भी मिलर क्रीज पर थे यन सेन
भी आखिर में अच्छे हिट मार लेते हैं केशव महाराज भी आने बाकी थे और रन इतने कम थे
कि लगा ही नहीं कि कोई कमाल हो पाएगा मगर यही मौका था जब टीम इंडिया ने कसम खाली कि
इस मौके को हाथ से जाने नहीं देना है अगले ओवर में बुमरा नसन का डंडा निकाल कर
उन्हें बाहर कर देते हैं फिर अर्शदीप ने 19वें ओवर में सिर्फ तीन रन देकर कमाल कर
दिया मगर मिलर अब भी क्रीज पर खड़े थे हार्दिक आखिरी ओवर करने आते हैं वो ऑफ
स्टम के बाहर एक लोअर फुल टॉस देते हैं मिलर पूरा जोर लगाकर
बिल्कुल सीधा मारते हैं बॉल हवा में जाती है लगता है कि सिक्स लग जाएगा तभी वो
मोमेंट आता है जिसे क्रिकेट इतिहास के सबसे शानदार पलों में एक माना जाएगा सूर्य
कुमार यादव लड़खड़ाते हुए बाउंड्री लाइन से सिर्फ कुछ सेंटीमीटर की दूरी पर मिलर
का कैच पकड़ लेते हैं उनका बैलेंस बिगड़ता है लगता है वो बाउंड्री लाइन के बाहर चले
जाएंगे वो बॉल को हवा में उछाल कर अंदर फेंकते हैं और इससे पहले कि बॉल नीचे
गिरती वो फिर से उसे लपक कर वो करिश्मा कर दिखाते हैं जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी
ऐसे तो भारत को इस वर्ल्ड कप को जीतने में बहुत सारे खिलाड़ियों का हाथ रहा है बहुत
सारे प्लेयर्स के परफॉर्मेंस का रोल रहा है मगर मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि
सूर्य कुमार यादव ने अगर वो हैरत अंगेज कैच ना पकड़ा होता तो भारत फाइनल हार भी
सकता था फर्ज कीजिए पहली गेंद पर मिलर लगा देते तो बाकी की पांच गेंदों
में 10 रन बनाना उनके लिए कोई बड़ा खेल नहीं था मगर सूर्या के उस एक कैच ने मैच
लगभग वहीं सील कर दिया जिस हार्दिक को पूरे आईपीएल में लोगों ने बू किया जिस
हार्दिक और रोहित की लड़ाई में क्रिकेट फैंस ने हार्दिक को खूब गालियां दी जो
हार्दिक अपनी प्राइवेट लाइफ से जुड़ी नेगेटिव खबरों को लेकर लगातार चर्चा में
थे उन्हीं हार्दिक ने आखिर के दो ओवर में तीन विकेट लेकर भारत को एक हारा हुआ फाइनल
जितवा दिया इसलिए मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि आखिर इस जीत का क्रेडिट किसे दूं लोग
पूरे टूर्नामेंट में रन ना बनाने के लिए विराट को गाली दे रहे थे बोल रहे थे कि
फ्लॉप हो गया बैटिंग नहीं आती टीम से इसको निकालो जैसवाल को खिलाओ उसी विराट ने
फाइनल में वो टाइम पर रन बनाए जब भारत ने 30 एक रन के आसपास तीन विकेट गमा दिए थे
लग रहा था कि भारत की टीम कहीं 100 सवा रन पर सिमट ना जाए विराट ने पहले अक्ष के साथ
पार्टनरशिप करके टीम को मुश्किल से निकाला फिर एंड में तीन ओवर में पावर हिटिंग करके
टीम इंडिया को 175 के पार पहुंचाया अब जरा सोचिए विराट के फैंस के लिए इससे बड़ी
खुशी क्या होगी दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टार जो पूरे टूर्नामेंट नहीं
चलता है जो शायद अपना आखिरी t-20 वर्ल्ड कप खेल रहा था जो शायद अपना आखिरी टी-20
मैच भी खेल रहा था वो उस फाइनल में सबसे ज्यादा रन बनाता है और भारत को 17 साल बाद
t-20 क्रिकेट में चैंपियन बना देता है सच में यार इससे ज्यादा ब्लिस फुल फीलिंग और
क्या ही होगी सच कहूं तो कल विराट को मैच इनिंग पारी खेलता देखकर और टीम इंडिया को
वर्ल्ड कप जीतता देखकर वैसी ही खुशी हुई जैसे 2011 का वर्ल्ड कप जीतने पर सचिन
तेंडुलकर को लेकर हुई थी हर क्रिकेट फैन को लगा कि सचिन सर अपने क्रिकेट करियर में
एक वर्ल्ड कप जीतना तो डिजर्व करते ही थे और जैसा कि मैंने कहा किस-किस की तारीफ
करूं ये समझ नहीं आ रहा है यहां मैं एक और चीज अंडरलाइन कर दूं और इसे ध्यान से
सुनिए दुनिया में कोई भी टीम जो बड़ा टूर्नामेंट जीतती है ना वो किसी एक आधे
खिलाड़ी पर रिलाई करके नहीं जीत सकती और यही इस टीम इंडिया के साथ हुआ आप फाइनल को
ही देख लो फाइनल में बैटिंग में रोहित और सु नहीं चले विराट और शिवम दुबे चल गए जो
पूरे टूर्नामेंट में नहीं चले थे फाइनल में बॉलिंग में कुलदीप ने कमाल नहीं किया
तो लास्ट में हार्दिक ने अपनी बॉलिंग से सिंगल हैंडेडली मैच जिताया सूर्या फाइनल
में बैटिंग में नहीं चले तो उन्होंने कैच से फाइनल जितवा दिया बुमरा भाई तो हमारे
फेवरेट हैं ही उन्हें रोबोट इसलिए कहूंगा क्योंकि किसी इंसान के लिए ये पॉसिबल ही
नहीं है कि वो दिन रात सुबह शाम मैच दर मैच एक ही लाइन लेंथ पर गेंद करता रहे आप
इमेजिन भी नहीं कर सकते कि इस t-20 वर्ल्ड कप में बुमरा की इकॉनमी रेट 45 के आसपास
की रही टी-20 मैचों में 42 की इकॉनमी क्या ये मजाक है क्या फाइनल में भी आखिर में जब
लगातार रन जा रहे थे तो लास्ट के उनके दो ओवर ने कमाल कर दिया और मजे की बात ये है
कि बुमरा तो जीनियस है ही मगर इंडिया की तरफ से इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा
विकेट अर्शदीप ने लिए अक्षर पटेल ने इस वर्ल्ड कप में ऐसा परफॉर्मेंस दिया कि
बहुत सारे लोग 500 के नोट पर असली बापू की जगह गुजरात के इस बापू की पिक्चर लगाने की
डिमांड कर रहे हैं मतलब अक्षर भाई ने इस वर्ल्ड कप में अपनी गेम का लेवल क्या ही
अप किया है ऑस्ट्रेलिया के अगेंस्ट मैच में एक हाथ से बाउ पर कैश लेकर उन्होंने
पूरा मैच ही पलट दिया सेमीफाइनल में इंग्लैंड के अगेंस्ट एक ही ओवर में दो
विकेट लेकर उन्होंने पावर प्ले में ही इंग्लैंड को मैच से बाहर कर दिया और फाइनल
में जब तीन प्लेयर आउट हो गए टीम इंडिया डाउन एंड आउट लग रही थी उस वक्त ऊपर आकर
काउंटर अटैकिंग इनिंग खेलकर उन्होंने पूरा मैच पलट डाला मतलब क्या ही तारीफ करूं इस
बंदे की बापू तुम सच में कमाल है भाई तुम्हें यह पूरा देश झुककर सलाम करता है
बापू झुककर उसी तरह कुलदीप भाई की बात ना करें तो लगेगा कि एक बहुत बड़े स्टार
प्लेयर को हमने मिस कर दिया है कुलदीप यादव ऐसे हर प्लेयर के लिए एक मिसाल है या
यूं कहूं कि ऐसे हर एक इंसान के लिए मिसाल है जिसे अपनी लाइफ में बुरे दिन देखने
पड़ते हैं मुझे याद है कुछ साल पहले कुलदीप यादव पूरे ऑस्ट्रेलिया टोर में
बेंच पर बैठे रहे मतलब टीम इंडिया ने रिजर्व प्लेयर को चांस दे दिया था मगर
कुलदीप को नहीं खिलाया था मगर उसके बाद उन्होंने अपना बॉलिंग एक्शन चेंज किया
अपनी स्पीड बढ़ाई वेरिएशन पे काम किया और देखो आज वो कहां है ऑस्ट्रेलिया वाले मैच
में जब हर किसी की पिटाई हो रही थी यहां तक की एक ओवर में बुमरा की भी पिटाई हुई
उस टाइम अकेले कुलदीप ने टीम इंडिया का मैच में कमबैक करवाया इंग्लैंड वालों को
भी समझ में नहीं आया कि कुलदीप को कैसे खेलना है इसीलिए मैं बार-बार अंडरलाइन कर
रहा हूं कि कल अगर टीम इंडिया जीती है तो ऐसे प्लेयर्स की परफॉर्मेंस की वजह से
जीती है कुलदीप भाई के कनपुरिया होने पर उनको एक्स्ट्रा सलाम तो बनता ही बाकी
लास्ट ईयर अगर हम फाइनल नहीं जीत पाए थे तो उसके भी कई रीजंस थे सबसे बड़ा रीजन तो
ये था कि लास्ट ईयर हुए 50 ओवर के वर्ल्ड कप में फाइनल से पहले किसी ने टीम इंडिया
को चैलेंज ही नहीं किया था इंडिया के टॉप फोर लगातार रन बना रहे थे लोअर मिडिल
ऑर्डर भी ट्राई नहीं हुआ था बॉलर भी किसी मैच में अंडर प्रेशर नहीं आए थे लेकिन इस
t-20 वर्ल्ड कप में इंडिया ने फाइनल से पहले बहुत सारे क्लोज मैच जीते हमने
पाकिस्तान को 120 जैसे छोटे टोटल के अंदर भी हरा दिया हमने ऑस्ट्रेलिया की तगड़ी
बैटिंग लाइन अप के सामने 206 का टोटल भी डिफेंड किया फिर इंग्लैंड के अगेंस्ट हमने
स्लो पिच पर 170 बनाए और अफ्रीका के अगेंस्ट फाइनल में पहले तीन विकेट गिरने
के बाद भी 176 बना डाले फिर सेकंड इनिंग में जब लग रहा था कि अफ्रीका आसानी से जीत
जाएगा तब आखिर के चार ओवर में 26 रंस डिफेंड किए अब इससे आप क्या समझे इससे यही
समझना चाहिए कि भाई कोई भी टीम तुक्के से वर्ल्ड चैंपियन नहीं बन सकती आपको लगातार
कंसिस्टेंटली खेलना पड़ता है आपके हर प्लेयर को परफॉर्म करना पड़ता है आप सिर्फ
दो या तीन प्लेयर पर रिलाई नहीं कर सकते आपको लास्ट तक हार नहीं माननी होती है एज
अ भारतीय मुझे ये कहने में बहुत प्राउड फील हो रहा है कि इस पूरे वर्ल्ड कप में
हमारी टीम ने वो सब कर दिया जो एक चैंपियन टीम करती है हम लास्ट तक लड़े हमारा हर
प्लेयर लड़ा हमारा हर प्लेयर खेला और पूरी टीम एक यूनिट की तरह लगी रही आपको याद
होगा हमने 50 ओवर के फाइनल की हार के बाद एक वीडियो बनाया था जिसमें हमने यही कहा
था कि हम लोगों को इस हार से दिल छोटा नहीं करना चाहिए क्योंकि टीमें रातों-रात
चैंपियन नहीं बनती तब हमने आपको ये बताया था कि कैसे एक वक्त टीम इंडिया वर्ल्ड कप
जैसे टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच पाती थी फिर वो वक्त आया जब हम
सेमीफाइनल और फाइनल में तो पहुंचने लगे लेकिन लास्ट हर्डल क्रॉस नहीं कर पाते थे
और उस वीडियो में हमने ये भी कहा था कि आप देखिएगा जल्दी ऐसा टाइम आएगा कि जब टीम
इंडिया फाइनल में चोक करना बंद कर देगी इस तरह टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल
में पहुंचने को अपनी आदत बना लिया है उसी तरह वो बहुत ही जल्द टूर्नामेंट जीत की भी
आदी हो जाएगी पिछले दो सालों में ये टीम इंडिया का चौथा आईसीसी फाइनल था इससे पहले
हम दो बार टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जाकर हार चुके थे लास्ट ईयर ऑस्ट्रेलिया
से 50 ओवर का फाइनल हार गए थे मगर इस बार हमने पुरानी गलतियां नहीं की जैसा कि
रोहित ने टूर्नामेंट में कई बार कहा कि हम आखिर तक अग्रेसिव खेलेंगे फिर चाहे कुछ भी
हो और इस बार टीम इंडिया जीती है तो उसका भी यही रीजन है इंग्लैंड के अगेंस्ट भी
विकेट गिरते रहे लेकिन हमने अग्रेसिव खेल जारी रखा फाइनल में भी शुरू में तीन विकेट
गिरे मगर हमारा अग्रेशन कम नहीं हुआ और इसी एग्रेसिव इंटेंट की वजह से टीम इंडिया
ने वो कर दिखाया जो पिछले कई सालों से नहीं हो रहा था बहुत मुमकिन है कि यह
वर्ल्ड कप रोहित विराट और जड्डू जैसे प्लेयर का आखिरी t-20 टूर्नामेंट हो लेकिन
इस बात की सच में खुशी है कि ये लोग वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद इस फॉर्मेट को
बाय-बाय कहेंगे इस बात की भी खुशी है कि जो रोहित पांच बार अपनी मुंबई की टीम को
आईएल का चैंपियन बना चुके थे फाइनली उन्होंने टीम इंडिया को भी वर्ल्ड कप
चैंपियन बना डाला और इस बात की तो सबसे ज्यादा खुशी है कि टीम इंडिया के ऊपर
फाइनल मैचों में शोक करने का जो लेबल था वो अब हट जाएगा सच में यार और क्या कहूं
कितना कहूं समझ में नहीं आ रहा इतनी खुशी है कि उसे बया नहीं कर सकता बस इतना जरूर
कहूंगा कि पूरी दुनिया में हर कंट्री का एक ऐसा खेल जरूर होता है जिसमें हार या
जीत सिर्फ उस टीम की हार या जीत नहीं होती उस पूरे देश की हारिया जीत होती है अगर
यूरोप के लिए साउथ अमेरिका के लिए वो खेल फुटबॉल है तो हमारे लिए वो खेल क्रिकेट है
और एक क्रिकेट फैन के तौर पर और एक भारतीय के तौर पर हमें और कुछ नहीं चाहिए ये
हमारी टीम की अचीवमेंट नहीं है एक भारतीय के तौर पर ये हम सब की अचीवमेंट है
क्योंकि प्लेयर की तरह एक फैन भी उन सारे इमोशन से होकर गुजरता है जिससे प्लेयर्स
गुजरते हैं इसलिए आप और हम भी इस जीत को सेलिब्रेट करने के उतने ही हकदार हैं
जितने वो प्लेयर्स बस एंड में एक और राज की बात आपको बतानी थी उसी के साथ हम ये
वीडियो एंड करेंगे वो राज की बात पता है क्या है टीम इंडिया 2015 से वर्ल्ड कप के
सेमीफाइनल और फाइनल में तो पहुंच रही थी मगर जीत नहीं पा रही थी हम 2015 और 19 में
सेमीफाइनल में हारे 23 में हम फाइनल में हारे इस बीच 2022 के t-20 के सेमीफाइनल
में हारे दो बार वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में हारे मगर इस बार पता है हम
क्यों जीत गए इस बीच पता है क्या हुआ इस बीच हुआ ये कि अयोध्या में भगवान श्री राम
विराजमान हो गए हमने जनवरी में भगवान श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की और
उसके बाद हुए पहले वर्ल्ड कप में हम जीत गए अब आप चाहे तो मुझे कुछ भी कहे मगर
मुझे लगता है कि जब आप अपने ईश्वर को अपने आराध्य को उसका स्थान दिलाएंगे तो वो भी
आप पर कृपा बरसानी शुरू करेंगे और इस वर्ल्ड कप की जीत के साथ उसकी शुरुआत हो
गई है तो आखिर में एक बार जोर से बोलिए जय श्री राम जय जय श्री राम भारत माता की जय
टीम इंडिया की जय इसी के साथ आप सबको इस जीत की एक बार फिर से ढेरों बधाइयां
मुबारकबाद किस प्लेयर को आप सबसे ज्यादा क्रेडिट देना चाहते हैं कमेंट करके उसका
नाम जरूर लिखिए वीडियो पसंद आई हो तो इसे लाइक भी जरूर करिएगा और इसे अपने दोस्तों
से शेयर जरूर करिएगा चैनल सब्सक्राइब करके जाइएगा जल्दी मिलते हैं एक और मस्त वीडियो
के साथ यहीं पर थैंक यू फॉर वाचिंग जय हिंद जय भारत |
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